चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को देश के कई हिस्सों में यमुना जयंती या यमुना छठ त्योहार के रूप में मनाया जाता है। यमुना छठ को यमुना जयंती के नाम से भी जाना जाता है। ऐसा माना जाता है कि यमुना जयंती के दिन देवी यमुना का अवतरण पृथ्वी पर हुआ था। मां यमुना के जन्मदिन पर भक्त देवी यमुना की पूजा आरती करके सुख-समृद्धि के लिए प्रार्थना करते है
ॐ जय यमुना माता, हरि ॐ जय यमुना माता,
नो नहावे फल पावे सुख सुख की दाता |ॐ
जय यमुना माता,
पावन श्रीयमुना जल शीतल अगम बहै धारा,
जो जन शरण से कर दिया निस्तारा |ॐ
जय यमुना माता,
जो जन प्रातः ही उठकर नित्य स्नान करे,
यम के त्रास न पावे जो नित्य ध्यान करे |ॐ
जय यमुना माता,
कलिकाल में महिमा तुम्हारी अटल रही,
तुम्हारा बड़ा महातम चारों वेद कही |ॐ
जय यमुना माता,
आन तुम्हारे माता प्रभु अवतार लियो,
नित्य निर्मल जल पीकर कंस को मार दियो |ॐ
जय यमुना माता,
नमो मात भय हरणी शुभ मंगल करणी,
मन बेचैन भय है तुम बिन वैतरणी |ॐ
जय जय यमुना माता,